Ghazipur News : पुलिस को जब अवैध वसूली करते हुए पकड़ा, तो पत्रकार का मोबाइल फोन छीन लिया


जनपद गाजीपुर में थाना भावारकोल पुलिस के द्वारा कि जा रही अवैध वसूली पर, पत्रकार ने उसे रिकॉर्ड कर लिया , तो पुलीस द्वारा जबरदस्ती पत्रकार का फोन छीन लाया ताकि उसको मिटाया जा सके ।

जाने पूरी घटना का विवरण, मनीष भारद्वाज ग्राम पोस्ट कामूपुर ब्लॉक बाराचवर जिला गाजीपुर का मूल निवासी है मोहम्मदाबाद से होते हुए बलिया की तरफ जा रहा था तभी भांवरकोल थाने से लगभग 500 मीटर दूरी पर बैरियर लगाकर कुछ पुलिस के लोग और होमगार्ड खड़े थे और ट्रक वालों से अवैध वसूली कर रहे थे। 

तभी मनीष उन चीजों को अपने फोन में रिकॉर्ड करने लगा, एक पुलिस वाला हमारा फोन छीनने का प्रयास किया। लेकिन छीन नहीं पाए उसी वक्त कुछ ट्रक ड्राइवरों ने ट्रक से उतर कर अपनी समस्या बताएं , उसके बाद पुलिस अधीक्षक (एसपी) गाजीपुर मो 9454400275 पर कॉल करके अपनी समस्या से अवगत कराया। जिस क्रम में मनीष की बात (SP) साहब के (PRO) से बातें हुई। 

कुछ बात के अंश :-सर भांवरकोल थाने से लगभग 500 मीटर दूरी पर अवैध वसूली हो रही है, कुछ पुलिस  द्वारा। अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करने का प्रयास किया तो मोबाइल छीनने लगे और सारे पुलिस के लोग और होमगार्ड भाग गए यहां पर सारे ड्राइवर खड़े हैं , ऐसे करप्ट पुलिस अफसरों पर क्या कार्रवाई होगी Sp (Pro) जी जरूर होगी आप वीडियो भेजिए उसके बाद फोन कट हो गया।

कुछ समय बाद ही थाना अध्यक्ष भांवरकोल वहां पहुंचे और मामले के बारे में जानकारी ली वीडियो डिलीट करने की भी बात करने लगे, मनीष भारद्वाज को ₹500 घुस भी देने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन मनीष ने मना किया तो वे गाड़ी पर बैठ कर, वहां से निकल गए। 

किसी तरह हमारा नंबर लेकर हमें कॉल किए और फिर वही बात कहने लगे ।सरकारी नंबर से भी कॉल आया और प्राइवेट नंबर से भी मनीष को बहुत रिक्वेस्ट करते हुए यह कहे की ठीक है देखते हैं ,कुछ वहां के लोकल पत्रकारों का नाम बता कर हमसे बात किया गया ।

अटल राय भरौली नाम तो सुने थे उनका और हम चट्टी पर ही थे (उजियार मोड़ बलिया)। वहां पर सादे वेश में कुछ पुलिस वालों के लोग और कुछ ड्रेस में लगभग 5 लोग आए , वहां पर फिर दोबारा हमें पैसे देने की बात की गई , मनीष तैयार नहीं हुआ , मनीष को जबरन फोर व्हीलर गाड़ी में बैठाने लगे और मनीष से झड़प भी किए हमारा कपड़ा फाड़ दिया गया। इस तरह का जबरदस्ती पुलिस के द्वारा मनीष के साथ किया गया और मोबाइल भी छीन लिया ।

 वे लोग मुझ पर फर्जी मुकदमें की धमकी देते हुए मोबाइल ले कर चले गए।  और जबरदस्ती हमे गिरफ्तार कर के गाड़ी में बैठते हैं , मनीष पर उल्टा सीधा आरोप लगाने लगे तो मनीष अपनी सुरक्षा करने के लिए गाड़ी में से उतर कर भाग गया। पुलिस का इस तरीके का रवैया बिल्कुल सही नही हैं, जहां पुलिस को जनता का सहयोग और सुरक्षा का उत्तरदायित्व हैं वहां वे उनके द्वारा उन्हें उनके गलत कार्य पर विरोध करने पे जबरन एफआईआर करने और मुकदमा की धमकी देते हुए डराने की कोशिश की गई।

अतः आप श्रीमान से अनुरोध है ऐसे लोगों पर जांच कर उचित कार्रवाई करने का प्रयास करें

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