Ghazipur News : हाकिम की रस्सी बनी सांप ने दो किशोरों को डंसा, बचाने में पचास हजार खर्च हुए

 गाजीपुर : हुआ यूं कि, करंडा के दो किशोर और उसका मित्र बृहस्पतिवार की शाम एक युवक को गाजीपुर रेलवे स्टेशन पर रिसीव करने जा रहे थे, पीजी कालेज चौराहे के पास पहुंचे ही थे कि दो पुलिसकर्मी आये और दोनों से कुछ पूछताछ के बाद पुलिसचौकी ले गये, और फिर दोनों से अलग अलग पूछ ताछ करने लगे। 

देर रात तक जब युवक घर नहीं लौटे तो अनहोनी की आशंका से डरे परिजन पता करने लगे, लेकिन परिजनों को कुछ पता नहीं चल सका, किशोर बेटे के साथ अनहोनी की आशंका से राजू के मां पिता रातभर सो नहीं पाये।

 सुबह होते ही मां गांव के लोगों से घटना के बारे बताते हुए पता लगाने की गुहार लगाने लगी। गरीब महिला के आग्रह पर गांव के कुछ लोगों ने पता किया तो पता चला कि दोनों को गोराबाजार पुलिस ने उठाया है।

 राजू की मां अपने बेटे को बचाने की गुहार लगाते हुए गांव के समाजसेवी अमितेश मिश्रा के पास पहुंची और बताया कि गोराबाजार पुलिस ने मेरे बेटे को बैठाया है।गरीब महिला की गुहार पर अमितेश मिश्रा ने जब गोराबाजार चौकी प्रभारी से युवको के बारे में पूछा तो चौकी प्रभारी सचिन सिंह ने बताया कि इन किशोरों के पास एयरगन मिली है। 

इसपर उन्होंने पूछा कि एयरगन के लिए प्रशासन से अनुमति या लाइसेंस लेने की आवश्यकता तो नहीं है तो प्रभारी ने कहा कि ये युवक एयरगन दिखाकर किसी से लूट कर सकते थे। दरोगा सचिन सिंह के इस दूरदर्शिता और युवको को छोड़ने के बदले रूपये मांगने की जानकारी जब कुछ मीडियाकर्मियों को हुई तो उन्होंने भी इसकी जानकारी के लिए चौकी प्रभारी सचिन सिंह को फोन किया तो उनसे भी चौकी प्रभारी ने किशोरों के पास एयरगन होने और किसी लूट की घटना के तैयारी की भविष्यवाणी की। इसी बीच ब्राम्हणपुरा निवासी एक गुप्ता व्यापारी भी बच्चों को छुड़ाने पुलिस चौकी पहुंचा।

 वहां पहुंचकर गुप्ता ने राजू की मां को फोनकर बताया कि दरोगा जी कह रहे हैं एक लड़के के पास एयरगन मिली है और इनको छोड़ने के लिए पुलिस 60000/ रूपये की मांग कर रहे है। किशोर बेटे को छोड़ने के एवज में इतनी बड़ी रकम दिहाड़ी मजदूर मां बाप कहां से ले आते, लिहाजा पुनः राजू के मां बाप समाजसेवी अमितेश मिश्रा के पास पहुंचे और बताया कि बेटे को छोड़ने के एवज में साठ हजार रूपये की मांग की जा रही है।

सरकारी राशन के भरोसे दो जून की रोटी पा रहे परिवार के लिए साठ हजार रूपया तो बहुत बड़ी रकम थी। समाजसेवी अमितेश मिश्रा ने इसकी जानकारी एमएलसी विशाल सिंह चंचल के प्रतिनिधि को दी, उनके प्रतिनिधि ने जब घटना के सम्बंध में चौकी प्रभारी सचिन सिंह से पूछा तो दोपहर तक जिन युवकों के पास एयरगन बता रहे थे उसको कट्टा बरामद होना बताने लगे, कट्टा बताते भी क्यों नहीं क्योंकि छोड़ने के एवज में ब्राम्हणपुरा निवासी एक व्यापारी से पचास हजार में डील हो गयी थी।

एक पुरानी कहावत है "पुलिस रस्सी को सांप बनाती है , और उसी सांप से डंसवाती, जिसका इलाज कराना पड़ता है मौत भी हो जाती है। 

उसी दौरान समाजसेवी अमितेश मिश्रा ने जिले के चर्चित पत्रकार अमित उपाध्याय को फोन पर जानकारी देते हुए बताया तो पत्रकार ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत चौकी इंचार्ज से बात किया तो चौकी इंचार्ज ने मायूस होकर कहा कि किसी बुजुर्ग से कट्टा दिखाकर लूट किये है वहीं पत्रकार ने कहा कि एयरगन है या कट्टा,चौकी इंचार्ज अपने सवालो में फंसते नजर आये।

 चौकी प्रभारी सचिन सिंह ने पत्रकारों, समाजसेवियों से लड़कों के पास एयरगन बरामद होने की बात कही और पचास हजार में सौदा कर लिया, जब एमएलसी प्रतिनिधि ने पूछा तो एयरगन को कट्टा बता दिया और आर्म्स ऐक्ट में चलान करने की बात कही। लेकिन पचास हजार रूपये लेने के बाद कट्टा - एयरगन सब भूला दिये। 

पैसा लेने के थोड़ी देर बाद पुलिस दोनों को छोड़ दी, राजू की मां ने बताया कि मेरे गाँव के व्यापारी ने पचास हजार देकर बेटे को छुड़ाया है। रिश्वत लेकर किशोरों को छोड़ने की जानकारी जब एमएलसी विशाल सिंह चंचल को हुई तो वो मामले को बहुत गंभीरता से लेते हुए इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक गाजीपुर डॉ ओमवीर सिंह से की, एसपी साहब ने तुरंत मामले की जांच के लिए सीओ सीटी को निर्देशित किया, और रात तक रिश्वत के आरोपी चौकी प्रभारी सहित एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया।

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