
केन्द्र प्रभारियों द्वारा बिचौलियों से धान की की जा रही है खरीद।
ऐसे में किसान अपने को ठगा ठगा सा कर रहा है महसूस
किसानों की अधिकारी नही ले रहे सुध
आपको बता दें कि बघरी गांव में पीसीएफ का धान क्रय केंद्र खुला हुआ है जहां धान तैल के लिए लगा कांटा धान का इंतजार कर है और खरीद बिचौलियों के द्वारा कही और से करके यहां के गोदाम में रख दिया जा रहा है।
यही वाकया क्षेत्र के ही रोहुडा गांव में यूपीसीयू का सेंटर का है। जहां हमारे सुदर्शन न्यूज़ की टीम जब पहुंची तो पता चला कि यहां भी धान की खरीद नहीं हो रही है सेंटर इंचार्ज से पूछने पर उन्होंने बताया की हां यहां पर खरीद नहीं हो रही है लेकिन यहां से कुछ दूरी पर खरीद हो रही है और वहीं से माल ढुलाई कर धान को मिल/गोदाम भेजा जा रहा है यहां सेंटर पर सिर्फ अंगूठा लगता है,
यहां तक तो बात ठीक थी मगर जब हमने पूछा कि आपके सेंटर पर 30 किलोमीटर दूर गाजीपुर से भी धान बेचने के लिए लोग आए हैं तो वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए जबकि बीच में कम से कम 10 क्रय केंद्र होंगे।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी डॉ हर्षिता तिवारी ने बताया कि जिले के किसान को जहां सुविधा हो वहां धान बेच सकता है मगर समझ में यह बात नहीं आई कि जब वहां खुद सेंटर खुला हुआ है तो वह किसान दुगुना खर्च कर दूसरे गांव के केंद्र पर धान बेचने हेतु क्यों जाएगा, इससे कही न कही स्पष्ट है कि यहां के अधिकारी व कर्मचारी भी इस खेल में शामिल हैं,
जबकि दूसरी तरफ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री किसानों को अपने परिवार का सदस्य बता रहे है और गाज़ीपुर जिले के अधिकारी कर्मचारी किसानों को दोहन करने में कहीं पीछे नही हट रहे है, देखना अब यह है कि इस तरह के रवैये से किसान कितना समृद्ध हो पायेगे।