Ghazipur News : अनेक जन्म का पुण्य जब फलित होता है तब सत्संग कथा रूपी लाभ से जीव लाभान्वित होता है-फलाहारी बाबा

गाजीपुर जनपद के बाराचवर ब्लॉक के अंतर्गत बाराचवर गांव में शिव मंदिर के प्रांगण में अयोध्या से पधारे महामंडलेश्वर फलाहारी बाबा का श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ, अनेक जन्म का पुण्य जब फलित होता है तब सत्संग कथा रूपी लाभ से जीव लाभान्वित होता है भागवत महापुराण के आगरा में स्कंध में सुखदेव ने परीक्षित से कहा कि जीव के लिए मनुष्य शरीर दुर्लभ है यदि प्राप्त हो जाए तो प्रतिक्षण मृत्यु का भय रहता है क्योंकि यह क्षणभंगुर है उसमें भी संत और सत्संग और भी दुर्लभ है मनुष्य का जीवन एक पानी का बुलबुला है

 कब समाप्त हो जाए इसके कोई गारंटी नहीं है आत: समय रहते ही अपने भविष्य के लिए कुछ परमार्थ परोपकार कर लेना चाहिए मनुष्य के दो स्थितियां है फुलवारी में काली से फूल बना और शो पीस बनाकर मुरझा जाना तथा माली के हाथों टूट कर ठाकुर के चरणों में पहुंच जाना ही सार्थक जीवन कहलाता है सुमन का अर्थ बताते हुए फलाहारी बाबा कहा ने कहा कि श्याम सुंदर की कथा सुनने से सुंदर-सुंदर सत्संग सुनने से मां भी सुंदर बनता है नमन का अर्थ बताते हुए कहा कि दो प्रकार का नमन होता है स्वार्थ बस नमन और स्नेह बस नमन स्वार्थ बस नमन से भी भगवान के चरणों में स्नेह हो जाता है 

भगवान का स्वरूप स्वभाव और समर्थ को कथा के माध्यम से जानकर भगवान में स्नेहा होता है भगवान की सत्ता ही नित्य सत्ता है और शाश्वत भी है असत्य का अस्तित्व नहीं है और सत्य का अभाव भी नहीं है। समय का ज्ञान मिट जाए वही सत्य है तीनों कालों में जो विद्यमान हो वही सच्चिदानंद सत्य है सच्चिदानंद के सानिध्य से सत्य में काल मिटता है चित में आज्ञान मिट जाता है और आनंद में दुख मिट जाता है। प्रणत देहिनां पापकर्शणम्। गोपियां कहती है कि हे श्याम सुंदर तुम्हारे चरण शरण से सारे पाप समाप्त हो जातें हैं ।

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